5. ए0 बी0 सी0 विश्लेषण योजना
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(ABC Analysis Plan)
यह एक चयनात्मक नियन्त्रण पद्धति है जिसका उपयोग सामग्री तालिका का अनुमान लगाने, आदेशों के निर्गमन, प्राप्ति । एवं निरीक्षण, सरक्षा स्टॉक का निर्धारण करने, आदि क्षेत्रों में किया जाता है। इसके अन्तर्गत किसी संस्था की सामग्री-सची की। विभिन्न सामग्री मदों की लागत महत्ता को मापा जाता है। सर्वाधिक मूल्य की सामग्री मदों को ‘अ’ श्रेणी में रखा जाता है। न्यूनतम मूल्य की सामग्री मदों को ‘स’ श्रेणी में रखते हैं जबकि इन दोनों श्रेणियों के बीच की सामग्री मदों को ‘ब’ श्रेणी के अन्तर्गत रखते हैं। इस प्रकार विभिन्न मदों को श्रेणीबद्ध करने के बाद ‘ए’ श्रेणी की मदों के लिए विशेष नियन्त्रण उपाय, ‘बी’ श्रेणी में मध्य व ‘सी’ श्रेणी में अपेक्षाकृत शिथिल नियन्त्रण रखा जाता है। दूसरे शब्दों में, ‘ए’ श्रेणी से सम्बन्धित सामग्री मदों की निरन्तर जाँच की जानी चाहिए, ‘ब’ श्रेणी में आने वाली मदों की एक निश्चित समयान्तर के पश्चात् बिना सूचना दिये जाँच की जानी चाहिए जबकि ‘सी’ श्रेणी की सामग्री मदों की भौतिक जाँच वर्ष में एक या दो बार की जानी चाहिए।
‘ए, बी, सी विश्लेषण तकनीक के अन्तर्गत सम्पूर्ण सामग्री तालिका की विभिन्न मदों को तीन श्रेणियों क्रमशः ए, बी, सी में वर्गीकृत कर दिया जाता है एवं इस वर्गीकरण का आधार विभिन्न सामग्री मदों के वार्षिक उपभोग मूल्य एवं मात्रा को बनाया जाता है।
__ ‘अ‘ वर्ग के अन्तर्गत ऐसी वस्तुएँ जो कि कुल वस्तुओं की केवल 5 से 10 प्रतिशत तक संख्या में होंगी परन्तु जिनका मूल्य कुल वस्तुओं के मूल्य का 70 से 75 प्रतिशत तक हो, सम्मिलित की जायेंगी। इसी प्रकार से ‘स’ वर्ग में ऐसी वस्तुएँ जो कि कुल संख्या की 70 से 75 प्रतिशत तक हों, परन्तु जिनका मूल्य कुल वस्तुओं के मूल्य का केवल 5 से 10 प्रतिशत हो, सम्मिलित की जायेंगी। ‘ब’ वर्ग इन दोनों के मध्य का वर्ग है। इसमें संख्या की दृष्टि से 15 से 25 प्रतिशत तक तथा मूल्य की दृष्टि से भी 15 से 25 प्रतिशत तक की वस्तुएँ आती हैं।
‘अ’, ‘ब’, ‘स’ विश्लेषण के लिए उपर्युक्त प्रतिशतों की अभिव्यक्ति कठोर आधार पर न होकर अनुमान मात्र है। वास्तविकता यह है कि अ, ब, स विश्लेषण के अन्तर्गत किसी संस्था की सामग्री-सूची की विभिन्न सामग्री-मदों की लागत महत्ता को मापा जाता है। सर्वाधिक मूल्य की सामग्री-मदों को ‘अ’ श्रेणी में रखा जाता है। न्यूनतम मूल्य की सामग्री-मदों को ‘स’ श्रेणी में रखते हैं जबकि इन दोनों श्रेणियों के बीच की सामग्री-मदों को ‘ब’ श्रेणी के अन्तर्गत रखते हैं। अ, ब, स विश्लेषण हेतु उक्त मूल्य एवं मात्रा के प्रतिशतों का निर्धारण भिन्न-भिन्न संस्थाओं में भिन्न-भिन्न हो सकता है। अत: अ, ब, स तकनीक के आधार पर नियन्त्रण स्थापित करने वाली संस्थाएँ उक्त प्रतिशतों को पहले से ही तय कर लेती हैं।
चूँकि अ, ब, स विश्लेषण तकनीक में प्रत्येक सामग्री-मद की लागत महत्ता को मापा जाता है एवं इस तकनीक के अन्तर्गत महत्वपूर्ण मदों पर ध्यान केन्द्रित किया जाता है इसलिए इसे महत्ता एवं अपवाद द्वारा नियन्त्रण (Control by Importance and Exception) संक्षेप में C.L.E. के नाम से भी जाना जाता है।
Illustration 21
नीचे दी हुई सूचनाओं के आधार पर निम्न मदों को ए बी सी श्रेणी में वग्रीकृत कीजिए
Analyse the Following Items into A B C and Categories on the Basis of information given Below :
Category A 5000Rs and above (Total Value )
Category B 1500rs to 4999 (Totla Value )
Category C Below 1500rs