BCom 2nd Year Innovation Entrepreneurship Study Material notes in Hindi

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1.1 शैक्षिक योग्यता  (Educational Qualification)

Table of Contents

क्रम सं. (S.No.) उत्तीर्ण परीक्षा(Exam. Passed) स्कूल/कॉलेज/विश्वविद्यालय  (School/College/Univ.) स्कूल/कॉलेज/विश्वविद्यालय (School/College/Univ.)
1.           
2.           
3.           
4.           
5.           
6.           

 

 (IV) संगठन संरचना का निर्माण (Formation of the Organisation Structure)

उपक्रम को वैधानिक रूप से संगठित करने तथा एक कार्यशील ढाँचा तैयार करने की कार्यवाही करते समय किन बातों पर ध्यान दिया जाता है—

(1) साझेदारी संगठन की स्थापना हेतु साझेदारों में एक साझेदारी समझौता होता है जिसमें साझेदारों के अधिकारों व दायित्वों, पूँजी राशि, लाभ-हानि विभाजन का अनुपात, वेतन, ब्याज आदि शर्तों का उल्लेख होता है। इन बातों का निर्णय साझेदारी अधि नियम के अनुसार किया जाता है।

(2) संयुक्त पूँजी कम्पनी के रूप में संगठन की स्थापना करने के लिए सीमानियम व अन्तर्नियम तैयार किए जाते हैं, प्रारम्भिक संचालकों व सदस्यों को तय किया जाता है। सचिव व कानूनी सलाहकार की नियुक्ति की जाती है। तत्पश्चात् समामेलन की कार्यवाही के बाद रजिस्ट्रार से व्यवसाय प्रारम्भ करने का प्रमाण-पत्र प्राप्त किया जाता है।

(3) सहकारी संगठन के रूप में व्यवसाय को स्थापित करने के लिए कम-से-कम दस सदस्यों को मिलकर सहकारी समिति के रजिस्ट्रार के पास आवेदन-पत्र देना होता है। रजिस्ट्रर के पास अपने उपनियमों की एक प्रति जमा करवानी होती है। सदस्यों से प्राप्त अंशदानों को सहकारी बैंक में जमा करवाना होता है इसके बाद ही रजिस्ट्रार द्वारा समिति का पंजीयन होता है।

(4) मध्यम तथा बड़े आकार के औद्योगिक संगठनों की स्थापना में प्रायः निम्न औपचारिकताएँ भी पूरी करनी होती हैं(i) जब अंश जनता को जारी किए जाते हैं तो प्रविवरण निर्गमित करना पड़ता है। (ii) यदि उद्योग की स्थापना करनी हो तो उद्योग (विकास एवं नियमन) अधिनियम, 1951 के अन्तर्गत लाइसेन्स प्राप्त करना पड़ता है। (iii) विदेशी सहयोग के समझौते के लिए वित्त मन्त्रालय की स्वीकृति प्राप्त करनी पड़ती है। (iv) कारखाना अधिनियम के अन्तर्गत पंजीयन करवाना पड़ता है। (v) उद्योग को जिस क्षेत्र में स्थापित करना है वहाँ की नगरपालिका से अनुमति प्राप्त करनी होती है।

(5) उपर्युक्त प्रकार द्वारा उपक्रम की स्थापना के पश्चात् योजना के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था करनी होती है। इसके अन्तर्गत उद्यमी को निम्न कार्य करने पड़ते हैं—(i) यन्त्र एवं मशीनें प्राप्त करना एवं उनको स्थापित करना: (ii) कर्मचारियों व श्रमिकों को प्राप्त करना एवं उन्हें प्रशिक्षण देना; (iii) औद्योगिक बस्ती में भूमि व भवन प्राप्त करनाः (iv) कच्चे माल की व्यवस्था करना; (v) तकनीकी विशेषज्ञों की सेवाएँ प्राप्त करना; (vi) आवश्यक सविधायें जैसे-जल विद्यत संचार आदि प्राप्त करनाः (vii) लघु उद्योग सेवा संस्थान से लोहा, इस्पात, सीमेन्ट रियायती दरों पर प्राप्त करना: (viii) उच्च पदाधिकारियों सचिव, कानूनी सलाहकारों, तकनीकी विशेषज्ञों आदि की नियुक्ति करना: (ix) निर्यात हेत आवश्यक प्रबन्ध करना: एवं (x) भवन निर्माण की दशा में नगरपालिका न्यास अथवा स्थानीय पंचायत से अनज्ञा पत्र प्राप्त करना।। 8 (V) वित्त के साधन (Sources of Finance)

उपक्रम की वैधानिक रूप से स्थापना हो जाने एवं संसाधनों का एकत्रीकरण हो जाने के उपरान्त वित्त की व्यवस्था करनी होती है। साधारणतः वित्त दो स्रोतों से प्राप्त किया जा सकता है-

(i) स्वामित्व पूँजी (Owner’sCapital); एवं

(ii) ऋण पुँजी (Loan Capital)

स्वामित्व पूँजी (Owner’s Capital) एकाकी व्यापार की दशा में उद्यमी स्वयं व साझेदारी की दशा में साझेदारों के द्वारा पूँजी लगाई जाती है। कम्पनी एव सहकारी संस्था की स्थिति में अंशधारियों के द्वारा स्वामित्व पँजी लगाई जाती है।

ऋणपुँजी (Loan Capital) विभिन्न वित्तीय संस्थाओं, बैंक, वित्त निगम, राज्य सरकार से ऋण मित्र व सहयोगियों। से ऋण, ऋण-पत्र निर्गमित करके अथवा सार्वजनिक जमा द्वारा ऋण-पूँजी एकत्र की जाती है।

(VI) व्यवसाय का प्रारम्भ (Commencement of Business)

उपक्रम की स्थापना की समस्त कार्यवाही पूरी को जाने के बाद उद्यमी अपना व्यवसाय प्रारम्भ करता है। सर्वप्रथम संस्था अपना उत्पादन कार्यक्रम तैयार करके उसके अनुरूप ही उत्पादन की गतिविधियों को अन्जाम देती है। एक संयुक्त पूँजी वाली। कम्पनी की स्थिति में विभिन्न वैधानिक कार्यवाहियों को परा करने के उपरान्त ही कम्पनी अपने व्यवसाय का आरम्भ कर सकती है। एक उद्यमी के संचालन के लिए विभिन्न विभागों व एजेन्सियों से सम्पर्क करता है एवं विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु उससे सम्बन्धित विभिन्न एजेन्सियों से सहायता प्राप्त करता है।

उपयोगी प्रश्न (Useful Questions)

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type Questions)

1 नवाचार तथा उद्यमी का अर्थ बताइए। इन दोनों के मध्य क्या सम्बन्ध है ? स्पष्ट कीजिए।

Explain the meaning of Innovation and Entrepreneur. What is the relationship between the two ? Explain.

2. नवाचार का अर्थ बताइए। नवाचार तथा अविष्कार में क्या अन्तर है?

Explain the meaning of Innovation. What is the difference between innovation and invention?

3. नवाचार का अर्थ एवं इसकी विशेषताओं को बताइए।

Explain the meaning and characteristics of innovation.

4. निम्नलिखित को समझाओ

Explain the following

() सृजनात्मकता नवाचार की पूर्व आवश्यकता

Creativity is a pre-requite to Innovation

() सृजनात्मक के घटक

Components of creative performance

5. नवाचार की विभिन्न अवस्थाओं पर एक विस्तृत लेख लिखें।

Write a detailed note on various stages of innovation.

6. नवाचार के विभिन्न प्रकार क्या हैं ? सृजनात्मक नवाचार की पूर्व आवश्यकतायें क्या हैं ?

What are the various Types of Innovation? What are the pre-requisites to creativity

लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Questions)

1 उद्यमिता व्यवहार से क्या आशय है ?

What is meant by entrepreneurial behavior?

2. उद्यमी से क्या आशय है ?

What is meant by entrepreneur?

3. नवाचार तथा उद्यमी में क्या सम्बन्ध है ?

What is the relationship between innovation and entrepreneurship?

4. जोसेफ ए. शुम्पीटर की मनोवैज्ञानिक विचारधारा को समझाइए।

Explain Joseph A. Schumpeter’s Psychological Theory.

5. डेविड सी. मैक्लीलैण्ड की मनोवैज्ञानिक विचारधारा को स्पष्ट कीजिए।

Explain Devid C. McClelland’s Theory of Psychology.

6. हेगेन की मनोवैज्ञानिक विचारधारा को स्पष्ट कीजिए।

Explain Hegen’s Theory of Psychology.

III अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer Type Questions)

1. नवाचार का अर्थ बताइए।

Explain the meaning of innovation.

2. नवाचार तथा आविष्कार में क्या अन्तर है ?

What is the difference between innovation and invention?

3. नवाचार की विशेषताएं बताइए।

Explain the characteristics of innovation.

Innovation Entrepreneurship Study Material

वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Type Questions)

सही उत्तर चुनिए (Select the Correct Answer)

(i) उद्यमिता के लिए नवाचार है

(अ) आवश्यक

(ब) अनावश्यक

(स) ऐच्छिक

(द) इनमें से कोई नहीं।

For entrepreneurship innovation is

(a) Necessary

(b) Unnecessary

(c) Optional

(d) None of these.

(i) “सामाजिक समूह की प्रतिष्ठा का प्रतिहार ही उद्यमी के व्यक्तित्व के विकास का कारण है।” यह कथन है

(अ) शुम्पीटर का

(ब) मैक्लीलैण्ड का

(स) हेगेन का

(द) जान कुनकेल का।

“Withdrawal of status of a social group is the cause of personality development of an entrepreneur.” This statement is of

(a) Schumpeter

(b) McClelland

(c) Hegen

(d) John Kunkel.

(iii) “उच्च उपलब्धता पाने की इच्छा शक्ति को उद्यमिता की क्रियाओं की ओर आकर्षित करती है।” यह कथन है

(अ) शुम्पीटर का

(ब) मैक्लीलैण्ड का

(स) हेगेन का

(द) जॉन कुनकेल का।

“Need for high achievement drives an individual towards entrepreneurial activities.” This statement is of

(a) Schumpeter

(b) McClelland

(c) Hegen

(d) John Kunkel.

(iv) “उद्यमी शक्ति पाने की इच्छा से उद्यमिता की ओर आकर्षित होता है।” यह कथन है

(अ) शुम्पीटर का

(ब) मैक्लीलैण्ड का

(स) हेगेन का

(द) जान कुनकेल का।

“Entrepreneur is attracted towards entrepreneurship with the derive to get power.” This statement is of

(a) Schumpeter

(b) McClelland

(c) Hegen

(d) John Kunkel.

(v) उद्यमी तथा नवाचार में सम्बन्ध है

(अ) अनौपचारिक

(ब) निकटतम

(स) औपचारिक

(द) इनमें से कोई नहीं।

The relationship between entrepreneur and innovation is

(a) Informal

(b) Close

(c) Formal

(d) None of these.

(vi) “उद्यमिता किसी देश की सामाजिक-आर्थिक संरचना का परिणाम है।” यह कथन है

(अ) शुम्पीटर का

(ब) मैक्लीलैण्ड का

(स) हेगेन का

(द) जान कुनकेल का।

“Entrepreneurship is the result of the social-economic structure of a country.” This statement is of

(a) Schumpeter

(b) McClelland

(c) Hegen

(d) John Kunkel.

उत्तर-(i) (अ), (ii) (स), (iii) (ब), (iv) (अ), (v) (ब), (vi) (द)]

2 इंगित करें कि निम्नलिखित वक्तव्य ‘सही’ हैं या ‘गलत’

(Indicate Whether the Following Statements are “True’ or ‘False”)

(i) नवाचार एक आविष्कार है।

Innovation is an invention.

(ii) उद्यमिता विचारधारा का उद्गम व्यक्तियों में कुछ मनोवैज्ञानिक विशेषताओं का होना है।

Theory entrepreneurship emerges due to individuals having certain psychological characteristics.

(iii) नवाचार एवं उद्यमी के मध्य निकटतम सम्बन्ध है। ।

There is close relationship between innovation and entrepreneur.

(iv) नवाचार आविष्कार से भिन्न है।

Innovation is different from invention.

(v) शम्पीटर के अनुसार उद्यमी में सामाजिक प्रतिरोध का सामना करने की क्षमता होती है।

According to Schumpeter entrepreneur has the capacity to face social resistence.

(vi) मैक्लीलैण्ड के अनुसार उच्च उपलब्धता पाने का इच्छा व्यक्ति को उद्यमिता क्रियाओं की ओर आकर्षित करती है।

According to McClelland need for high achievement drives an individual towards entrepreneurial activities.

(vii) उद्यमी के लिए नवाचार अनावश्यक है।

Innovation is unnecessary for an entrepreneur.

उत्तर-(1) गलत, (ii) सही, (iii) सहो, (iv) सही, (v) गलत, (vi) सही, (vii) गलत ।।

Innovation Entrepreneurship Study Material

chetansati

Admin

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