BCom 3rd Year Corporate Accounting Redemption Debentures (Part 2 )Study Material Notes in Hindi

Table of Contents

BCom 3rd Year Corporate Accounting Redemption Debentures (Part 2 )Study Material Notes in Hindi: Redemption of Debentures SEBI Guidelines For the Protection of Interest of Debenureholders Convertible Debentures  Journal Entries  Redemption of Debentures by Annual Drawings  Purchase of Debentures Immediate Cancellation  Balance sheet Equity and Liabilities Interest on Own Debentures.

Redemption Debentures (Part 2 )
Redemption Debentures (Part 2 )

BCom 2nd Year Cost Accounting Study Material Notes in Hindi.

(स) नये अंश अथवा ऋणपत्रों के निर्गमन से प्राप्त राशि से ऋणपत्रों का शोधन

(Redemption of Debentures out of the proceeds of fresh issue of shares or debentures)

कम्पनी अपने ऋणपत्रों के भुगतान की व्यवस्था नये ऋणपत्र अथवा अंश निर्गमित करके भी कर सकती है। इससे कम्पनी की कार्यशील पूँजी अक्षुण्ण (intact) बनी रहती है। इस स्थिति में ऋणपत्र शोधन संचिति का सृजन करना आवश्यक नहीं होता है क्योंकि शोधन के लिये ली गई आतिरिक्त पूँजी या ऋणपत्र विद्यमान ऋणपत्रों को प्रतिस्थापित करते हैं। इस स्थिति में निम्नलिखित लेखा-प्रक्रिया रहेगी : (1) On issue of fresh shares or debentures :

Bank Account                                                 Dr. with the amount

To Share Capital Account                            raised by or

To Debentures Account                                fresh issue

नोट : यदि नया निर्गमन प्रीमियम या कटौती पर किया जाता है तो उपर्युक्त प्रविष्टि में तद्नुसार परिवर्तन किया जायेगा।

(2) On redemption of old debentures :

(a) Debentures Account                                  Dr with the nominal value

To Debentureholders Account                        of debentures redeemed

नोट: यदि ऋणपत्रों का शोधन प्रीमियम पर किया जाता है तो उपर्यक्त प्रविष्टि में ‘ऋणपत्रों के शोधन पर प्रीमियम खाता’ भी डेबिट किया जायेगा तथा ऋणपत्रधारियों का खाता कुल राशि से क्रेडिट किया जायेगा।

(b) Debentureholders Account                                       Dr With Me

To Bank   amount Paid

ऋणपत्र ट्रस्ट डीड में यह व्यवस्था है कि कम्पनी परिपक्वता से पूर्व किसी भी समय 5% प्रीमियम पर ऋणपत्रों का शोधन कर सकती है  । इस विक्लप को अपनाने के लिए संचालकों ने इस दिन 10 प्रति वाले 10,000 समता अंश 11 की दर से निर्गमित  करने का निश्चय किया । सभी अंश प्रार्थित हुये और ऋणपत्रों का भुगतान कर दिया गया।

The debenture trust deed provides that the company may redeem the debentures at a premium of 5% at any time before maturity. In order to exercise this option, the directors decided to issue 10,000 equity shares of 10 each at Rs 11 on this date and to redeem the debentures. All the shares were duly subscribed and the debentures were redeemed.

Show the necessary journal entries.

(द) कम्पनी की सम्पत्तियों को बेचकर ऋणपत्रों का शोधन

(Redemption of Debentures out of the sale proceeds of assets of the company)

ऋणपत्रों के भुगतान के लिये आवश्यक कोष की व्यवस्था कभी-कभी कम्पनी अपनी फालतू स्थायी सम्पत्तियों को बेचकर भी करती है। इस स्थिति में निम्न लेखा प्रविष्टियाँ की जायेंगी :

On sale of assets : Bank Account                       Dr. with the amount

To Respective Asset Account                                  of sale proceeds

सम्पत्ति के विक्रय पर लाभ अथवा हानि को लाभ-हानि खाते में हस्तान्तरित किया जायेगा।

इस स्थिति में ऋणपत्रों के शोधन से पूर्व, सेबी के दिशानिर्देशों और धारा 71 का पालन करने के लिये ऋणपत्र निर्गम की राशि के 50% के बराबर राशि ऋणपत्र शोधन संचिति खाते में हस्तान्तरित करना आवश्यक है। ऋणपत्रों के शोधन की प्रविष्टियाँ उसी प्रकार होंगी जैसा कि पृष्ठ 4.24 पर (स) के पोइन्ट नं02 में बतलाया गया है।

परिवर्तन द्वारा ऋणपत्रों का शोधन-परिवर्तनशील ऋणपत्र

(Redemption of Debentures by Conversion-Convertible Debentures)

कुछ कम्पनियाँ ऋणपत्रों के निर्गमन के समय ऋणपत्रधारियों को यह सुविधा देती हैं कि वे एक निश्चित समय के अन्तर्गत अपने ऋणपत्रों को एक निश्चित दर पर अंशों में बदलवा सकते हैं। ऐसे ऋणपत्र परिवर्तनशील ऋणपत्र (Convertible Debentures) कहलाते हैं। ऐसे ऋणपत्र विनियोक्ताओं के लिये सुविधाजनक रहते हैं क्योंकि पहले तो ऋणपत्रधारी कम्पनी के एक लेनदार बने रहते हैं और इन ऋणपत्रों पर उन्हें एक निश्चित दर से ब्याज मिलता रहता है, चाहे कम्पनी को लाभ हो अथवा नहीं तथा बाद में जब कम्पनी की माली हालत अच्छी हो जाती है और उसके अंशों का बाजार मूल्य बढ़ जाता है तो वे कम्पनी से अपने ऋणपत्रों को अंशों में परिवर्तन करा लेते हैं। व्यवहार में यह परिवर्तन प्रीमियम पर किन्तु अंशों के बाजार मूल्य से कम पर किया जाता है। यदि ऋणपत्रधारी परिवर्तन को लाभप्रद नहीं समझता तो उसे ऋणपत्रों की परिपक्वता की तिथि पर नकद भुगतान किया जाता है। ऋणपत्रधारी द्वारा अपने विकल्प का प्रयोग करने पर निम्न लेखा-प्रविष्टि की जायेगी :

Debentures Account                                         Dr

To Share Capital Account

यह ध्यान रहे कि सेबी के दिशानिर्देशों के अन्तर्गत पूर्णतया परिवर्तनीय ऋणपत्रों के शोधन के लिये ऋणपत्र शोधन संचिति का सृजन करना आवश्यक नहीं।

कम्पनी द्वारा नये अंश सम मूल्य पर अथवा प्रीमियम पर निर्गमित किये जा सकते हैं। यदि परिवर्तनीय ऋणपत्र मूल रूप से कटौती पर निर्गमित किये गये थे तो परिवर्तन किये जाने वाले ऋणपत्रों के बदले में निर्गमित किये जाने वाले अंशों की संख्या ज्ञात करते समय ऋणपत्रों के निर्गमन पर प्राप्त वास्तविक राशि (न कि उनका अंकित मूल्य) पर ध्यान देना चाहिये क्योंकि अंशों का निर्गम मल्य ऋणपत्रों के निर्गमन पर प्राप्त वास्तविक राशि के बराबर होना चाहिये अन्यथा अंशों का नया निर्गमन कटौती पर होगा। जो कि कम्पनी अधिनियम 2013 की धारा 53 के प्रावधानों के अनुसार निषिद्ध है। ऐसे ऋणपत्रों के परिवर्तन के लिये प्रविष्टि करते समय उन ऋणपत्रों पर दी गयी कटौती की राशि से ‘Discount on Issue of Debentures Account’ क्रेडिट करना चाहिये। (उदाहरण 13 में देखिये)

यदि परिवर्तनशील ऋणपत्र मूल रूप से प्रीमियम पर निर्गमित किये गये हैं तो इस स्थिति में परिवर्तन किये जाने वाले ऋणपत्रों के बदले में निर्गमित किये जाने वाले अंशों की संख्या ऋणपत्रों के अंकित मूल्य के आधार पर ही ज्ञात की जा सकती है।

यदि ऋणपत्र शोधन के लिये देय हो चुके हैं तो ऋणपत्रों का अंशों में परिवर्तन शोधन के समय आपसी सहमति से निर्धारित शों के आधार पर किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में मूल रूप से कटौती पर निर्गमित ऋणपत्रों को भी इन ऋणपत्रों के अंकित मूल्य के आधार पर अंशों में परिवर्तन किया जा सकता है।

उदाहरण 13. 1 जनवरी 2014 को अ लिमिटेड ने 100 वाले 25,000 12% ऋणपत्र 95 पर निर्गमित किये । इन ऋणपत्रों के धारकों को यह विक्लपर था कि वे 5 वर्ष के अन्तर्गत कभी भी अपने ऋणपत्र को 100 वाले 14% पूर्वाधिकारी अंशों में 25 प्रति अंश प्रीमियम पर परिवर्तन करा सकते है ।

31 दिसम्बर 2014 को ऋणपत्रों का ब्याज अदत्त था । 5,000 ऋणपत्रों के धारकों ने विकल्प का लाभ उठाने के अपने इरादे की सूचना दी ।

जर्नल लेखे दीजिये और इन मदों को कम्पनी के चिठे में दिखाओ।

On 1st January 2014, A Ltd. issued 25,000 12% Debentures of * 100 each at 95. Holders of these debentures have an option to convert their holdings into 14% Preference Shares of 100 each at a premium of 25 per share at any time within five years.

On 31st December 2014, the interest on debentures was outstanding. Holders of 5,000 debentures notified their intention to exercise the option.

Give journal entries and show these items in the Balance Sheet of the Company.

उदाहरण 14. 1 जनवरी 2014  को आर लि ने 100 वाले 4,000 14% ऋणपत्र 105 पर निर्गमित किये ऋणपत्रधारियों के यह विक्लप था कि वे एक वर्ष के अन्तर्गत अपने ऋणपत्रों को 100 वाले 15 % पूर्वाधिकारी  अंशों में 125 के हिसाब से परिवर्तन करा सकते हैं ।

प्रथम वर्ष के अन्त में ऋणपत्रों का व्याज अदत्त था। 500 ऋणपत्रों के धारकों ने विकल्प का लाभ उठाने का निश्चय किया। जर्नल लेखे दीजिए और कम्पनी के चिठे में इन मदों को दिखलाइये।

On January 1, 2014, R Ltd. issued 4,000, 14% debentures of 100 each at * 105. The debentureholders had the option of converting, within one year, debentures into 15% Preference Shares of 100 each at 125.

At the end of the first year, the interest on debentures was outstanding. Holders of 500 debentures decided to take advantage of the option. Give journal entries and show these items in the Balance Sheet of the company.

कम्पनी के विकल्प पर ऋणपत्रों का शोधन

(Redemption of Debentures at the option of the Company)

बहुधा ऋणपत्रों के निर्गमन की शर्ते कम्पनी को ऋणपत्रों की नियत अवधि से पूर्व एक निर्दिष्ट (specified) अवधि के पश्चात् उसके विकल्प पर ऋणपत्रों के शोधन की अनुमति देती हैं। इस अधिकार का प्रयोग करते समय कम्पनी ऋणपत्रधारियों को निर्दिष्ट शर्तों के आधार पर अपने ऋणपत्रों का अंशों में अथवा नये प्रकार के ऋणपत्रों में परिवर्तन का विकल्प दे सकती है।

उदाहरण 16. 1 जनवरी 2009 को एक कम्पनी ने 100 ₹ वाले 20,000 15% ऋणपत्र 10 वर्ष के लिए इस शर्त पर निर्गमित किए कि ऋणपत्रों का कम्पनी द्वारा 5 वर्ष के पश्चात 6 माह का नोटिस देकर किसी भी समय 2% प्रीमियम पर ऋणपत्रधारियों की इच्छानुसार नकदी में, या अंशों के निर्गमन द्वारा अथवा अन्य ऋणपत्रों के निर्गमन द्वारा शोधन कर दिया जायेगा।

1 मार्च 2014 को कम्पनी द्वारा ऋणपत्रधारियों के सूचनार्थ यह नोटिस दिया गया कि कम्पनी ऋणपत्रों का शोधन 1 सितम्बर 2014 को करना चाहती है, जिसका भुगतान नकदी में या 100 ₹ वाले 14% पूर्वाधिकार अंशों का 120 ₹ प्रति अंश की दर से निर्गमन द्वारा, अथवा 100 ₹ वाले 14% ऋणपत्रों का 98 ₹ प्रति ऋणपत्र का दर से निर्गमन द्वारा हो सकता है। __4,000 ऋणपत्रधारियों ने 14% पूर्वाधिकार अंशों को तथा 9,800 ऋणपत्रधारियों ने 14% ऋणपत्रों को लेना स्वीकार किया और शेष ऋणपत्रधारियों ने नकद लेने की इच्छा व्यक्त की।

ऋणपत्रों के शोधन के लिए आवश्यक जर्नल प्रविष्टियाँ कीजिये।

On 1st January 2009, a company issued 20,000, 15% Debentures of ₹ 100 each for 10 years on this condition that the company can redeem the debentures at a premium of 2% by giving 6 months notice at any time after 5 years, according to the option of the debenture-holders either in cash or by allotment of shares or by debentures.

On 1st March 2014, a notice was served to the debenture-holders, informing them the intention of the company to redeem debentures on 1st September 2014 either by payment in cash or by allotment of 14% Preference Shares of₹ 100 each at ₹ 120 per share or by issuing 14% Debentures of₹ 100 each at ₹ 98 per debenture.

4,000 debenture-holders accepted 14% Preference Shares, 9,800 debenture-holders accepted 14% Debentures and the remaining demanded cash.

Pass necessary journal entries for recording the above transactions.

वार्षिक आहरणों से ऋणपत्रों का शोधन

(Redemption of Debentures by Annual Drawings)

इस पद्धति के अन्तर्गत प्रत्येक वर्ष कुल ऋणपत्रों के एक भाग का शोधन किया जाता है। किस वर्ष में कौन से ऋणपत्रों का शोधन किया जाये, इसका निश्चय वार्षिक आहरणों से किया जाता है। इसके लिये प्रत्येक वर्ष समस्त अदत्त ऋणपत्रों की संख्या वाली अलग-अलग पर्चियाँ बनाकर एक ढोल में डाल दी जाती हैं और उन्हें मिला दिया जाता है। इसके बाद ढोल से अविचारित उतनी पर्चियाँ निकाली जाती हैं जितने ऋणपत्रों का भुगतान करना होता है। इन पर्चियों के ऋणपत्रधारियों को निर्गमन की शर्तों के अनुसार सममूल्य अथवा प्रीमियम पर भुगतान कर दिया जाता है। शोधन की इस पद्धति को ‘दैव आहरण द्वारा शोधन’ (redemption by drawing lot) भी कहते हैं।

लेखा प्रविष्टियाँ (Accounting Entries)

(a) If the redemption is out of capital:

(i) Debentures Account                             Dr. with the amount due

To Debentureholders Account                        on redemption

(ii) Debentureholders Account              Dr. with the

To Bank Account                                                    amount paid

(b) If the redemption is out of profit :

उपर्युक्त (i) and (ii) के अतिरिक्त निम्न प्रविष्टि और पारित कीजिये :

Surplus Account                                           Dr. with the amount set

To General Reserve Account                             aside out of profits

नोट : एक कम्पनी द्वारा वार्षिक आहरणों से ऋणपत्रों का शोधन तब तक सम्भव नहीं हो सकता जब तक कि कम्पनी द्वारा सेबी दिशानिर्देशों और कम्पनी अधिनियम 2013 की धारा 71 के अन्तर्गत अपेक्षित ऋणपत्र निर्गम की राशि के 50% के बराबर राशि ऋणपत्र शोधन संचिति खाते में हस्तान्तरित नहीं कर दी जाती है।

उदाहरण 18. 31 दिसम्बर 2013 को ब्राइट लि० ने दैव आहरण द्वारा पूँजी से 15,000 ₹ के 14% ऋणपत्रों का भगतान किया। इसी तरह 31 दिसम्बर 2014 को कम्पनी ने दैव आहरण द्वारा लाभों से 25,000 ₹ के 14% ऋणपत्रों का भुगतान किया। ऋणपत्रों के उपर्युक्त भुगतान का लेखा करने के लिये जर्नल में प्रविष्टियाँ कीजिए।

On 31st December 2013 Bright Ltd. redeemed 15,000 14% debentures out of capital by drawing a lot. Similarly, on 31st December 2014, the company redeemed 25,000 14% debentures out of profits by drawing a lot. Pass journal entries to record the above redemption of debentures.नोट : यह मान लिया गया है कि कम्पनी अधिनियम 2013 की धारा 71 के अन्तर्गत अपेक्षित निर्गमित ऋणपत्रों के अंकित मूल्य के 50% के बराबर राशि ऋणपत्र शोधन कोष खाते में हस्तान्तरित कर दी गई है।

खुले बाजार में क्रय द्वारा ऋणपत्रों का शोधन

(Redemption of Debentures by Purchase in the Open Market)

जब एक कम्पनी अपने ऋणपत्रों का उनकी परिपक्वता की तिथि से पूर्व ही ऋणपत्रधारियों को इस आशय की सूचना दिये बिना ही शोधन करना चाहे तो वह ऐसा खुले बाजार से उनका क्रय करके कर सकती है। जब तक ऋणपत्र निर्गमन की शर्तों में इसके विपरीत स्पष्ट निर्देश न हो तब तक इस प्रकार का क्रय कम्पनी अधिनियम द्वारा निषिद्ध नहीं है। सामान्यतया ऐसा क्रय तब किया जाता है जबकि बाजार में ऋणपत्रों का मूल्य उसके सममूल्य से नीचा हो जाता है। एक कम्पनी द्वारा अपने ऋणपत्रों का क्रय उन्हें (अ) तुरन्त रद्द करने के लिये किया जा सकता है अथवा (ब) विनियोग के लिये। इस प्रकार का क्रय कम्पनी में सिंकिंग फण्ड विद्यमान होने अथवा न होने दोनों ही स्थितियों में किया जा सकता है।

(अ) तुरन्त रद्द करने के लिये ऋणपत्रों का क्रय

(Purchase of Debentures for immediate cancellation)

एक कम्पनी अपने ऋणपत्रों को खुले बाजार से क्रय करके तुरन्त ही रद्द कर सकती है। सामान्यतया इस प्रकार का क्रय कटौती पर (अर्थात् सममूल्य से कम पर) किया जाता है किन्तु सैद्धान्तिक दृष्टि से यह सममूल्य अथवा प्रीमियम पर भी हो सकता है। इन दशाओं में निम्न लेखा प्रविष्टियाँ होंगी :

(1) When debentures are purchased at par :

Debentures Account                               Dr.  with the nominal value

To Bank Account                                                of debentures cancelled

(2) When debentures are purchased at a discount :

Debentures Account                  Dr. (with the nominal value of debentures cancelled)

To Bank Account                                  (with the amount paid)

To Profit on Redemption of Debentures Account    (with the profit on redemption)

(3) When debentures are purchased at a premium :

Debentures Account                     Dr. (with the nominal value of debentures cancelled)

Loss on Redemption of Debentures Account   Dr. (with the amount of loss)

To Bank Account                                                                    (with the amount paid)

मोट :

(1) ऋणपत्रों के शोधन पर लाभ एक पूँजीगत लाभ है। यदि कम्पनी में सिंकिंग फण्ड बनाया गया है तो इस लाभ को सिंकिंग फण्ड खाते में हस्तान्तरित कर दिया जायेगा। किन्तु यदि कम्पनी में सिंकिंग फण्ड नहीं बनाया गया है तो फिर इसे पूँजी संचिति खाते (Capital Reserve Account) में हस्तान्तरित कर दिया जायेगा। कम्पनी इस लाभ का प्रयोग ऋणपत्रों पर कटौती अथवा किसी अन्य पूँजीगत हानि को अपलिखित करने के लिये भी कर सकती है।

इसी तरह ऋणपत्रों के शोधन पर हानि एक पूंजीगत हानि है। यदि कम्पनी में सिंकिंग फण्ड बनाया गया है तो इस हानि को सिंकिंग फण्ड खाते से अपलिखित किया जायेगा। किन्तु यदि कम्पनी में सिंकिंग फण्ड नहीं बनाया गया है, तो इसे प्रतिभूति प्रीमियम खाते सहित किसी भी पूँजीगत लाभ से अथवा लाभ-हानि खाते से (यदि हानि की राशि कम है) अपलिखित किया जा सकता है। इस प्रकार अपलिखित न की जा सकी शोधन पर हानि की राशि को आस्थगित आगम व्यय (Deferred Revenue Expenditure) मानकर आगामी कई वर्षों में लाभ-हानि खाते से अपलिखित किया जा सकता है।

(2) यदि कम्पनी में सिंकिंग फण्ड विद्यमान नहीं है तो रद्द किये गये ऋणपत्रों के अंकित मूल्य के बराबर राशि कम्पनी के विभाज्य लाभों से ऋणपत्र शोधन संचिति खाते (Debenture Redemption Reserve Account) में हस्तान्तरित कर देना चाहिए। यदि सिंकिंग फण्ड विद्यमान है तो इस प्रकार का हस्तान्तरण ऋणपत्र शोधन कोष खाता (अथवा सिंकिंग फण्ड खाता) से सामान्य संचिति खाता (General Reserve Account) में किया जायेगा।

(3) यदि निर्गम की शर्तों के अन्तर्गत ऋणपत्रों का शोधन प्रीमियम पर किया जाना है तो इनके आवंटन के समय ही लेखा-पुस्तकों में शोधन पर देय प्रीमियम की राशि से ‘ऋणपत्रों के शोधन पर देय प्रीमियम खाता’ क्रेडिट किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में यदि कम्पनी किन्हीं ऋणपत्रों को खुले बाजार से क्रय करके रद्द करती है तो रद्द किये जाने वाले ऋणपत्रों की राशि से ‘ऋणपत्र खाता’ तथा उन पर देय प्रीमियम की राशि से ‘ऋणपत्रों पर देय प्रीमियम खाता’ दोनों को डेबिट किया जायेगा तथा रद्द किये जाने पर लाभ अथवा हानि की गणना के लिये क्रय पर देय राशि की तुलना रद्द किये ऋणपत्रों के अंकित मूल्य की राशि व उनके शोधन पर देय प्रीमियम की राशि के योग से की जायेगी।

उदाहरण 19.1 जनवरी 2013 को एक कम्पनी ने 100 ₹ वाले 10,000 14% ऋणपत्र 96 ₹ प्रति ऋणपत्र की दर से निर्गमित किये। निर्गमन की शर्तों में 2014 से कम्पनी के विकल्प पर चाहे खुले बाजार में क्रय द्वारा अथवा सम मूल्य पर आहरणों द्वारा प्रत्येक वर्ष 50,000 ₹ के ऋणपत्र भुगतान का प्रावधान था। 2013 और 2014 प्रत्येक वर्ष ऋणपत्र कटौती खाते का 10,000 ₹ भी अपलिखित किया गया।

2014 के अन्तर्गत कम्पनी ने 20,000 ₹ अंकित मूल्य के ऋणपत्र 95 ₹ प्रति ऋणपत्र की दर से तथा 30,000 ₹ के 90 ₹ प्रति ऋणपत्र की दर से रद्द करने के लिये क्रय किये। क्रय पर 200 ₹ व्यय हुए।

उपर्युक्त लेनदेनों का शोधन पर भुगतान के लाभ का अपनी समझ में सही हिसाब करते हुए जर्नल में लेखा करो। ऋणपत्रों पर ब्याज को छोड़ दीजिये।

On 1st January 2013, a company made an issue of 10,000 14% Debentures of ₹ 100 each at ₹96 per debenture. The terms of issue provided for the redemption of₹50,000 debentures every year commencing from 2014 either by purchase in the open market or by drawings at par at the company’s option.₹ 10,000 was also written off the Debenture Discount Account in each of the years 2013 and 2014.

During 2014, the company purchased for cancellation debentures of the face value of₹ 20,000 at ₹95 per debenture and ₹30,000 at₹ 90 per debenture, the expense being ₹200.

Journalise the above transactions dealing with the profit on redemption in the way you consider fit. Ignore interest on debentures.

(ब) विनियोग की भाँति ऋणपत्रों का क्रय (Purchase of Debentures as Investment)

एक कम्पनी अपने स्वयं के ऋणपत्रों को जीवित ऋणपत्रों की तरह उन्हें धारण करने के लिये क्रय कर सकती है। इस प्रकार क्रय किये गये ऋणपत्र कम्पनी का विनियोग होगा। कम्पनी को भविष्य में जब कभी अतिरिक्त कोष की आवश्यकता हो, वह इन्हें बेच सकती है। यदि भविष्य में कम्पनी यह महसूस करे कि उसे अब अतिरिक्त वित्त की आवश्यकता नहीं होगी तो वह इन्हें रद्द भी कर सकती है। जब तक ये ऋणपत्र बेचे या रद्द नहीं किये जाते हैं तब तक क्रय किये गये इन ऋणपत्रों को कम्पनी के आर्थिक चिठे में सम्पत्ति पक्ष की ओर इनके क्रय की लागत पर एक विनियोग की तरह दिखाया जायेगा तथा ऋणपत्रों को दायित्व पक्ष में कम्पनी द्वारा इन्हें क्रय करने के पूर्व के अंक पर ही दिखाया जाता रहेगा। इस स्थिति में ऋणपत्रों के शोधन पर लाभ या हानि का प्रश्न नहीं उठेगा। इस स्थिति में लेखा-प्रक्रिया इस प्रकार होगी :

(1) On purchase of debentures as investment :

Investment in Own Debentures Account            Dr

Or Own Debentures Account                                  Dr. with the price paid

To Bank Account

नोट : जब तक भविष्य ये ऋणपत्र बेचे या निरस्त किये जाते, शोधन पर लाभ या हानि का प्रश्न नहीं उठेगा।

(2) On disposal of Own Debentures in future :

Bank Account                                                               Dr     with the price realised

To Own Debentures Account

नोट : स्व-ऋणपत्रों के पुनः विक्रय पर लाभ अथवा हानि आयगत प्रकृति का होता है, अतः इसे लाभ-हानि खाते में हस्तान्तरित कर देना चाहिये।

(3) On cancellation of own debentures in future :

Debentures Account                                            Dr.] with the nominal value

To Own Debentures Account                                   of debentures cancelled

नोट : (1) अपने ऋणपत्रों में विनियोग के रद्द किये जाने पर लाभ या हानि पूँजीगत प्रकृति का होता है अतः इसको यदि सिंकिंग फण्ड विद्यमान है तो सिंकिंग फण्ड खाते में क्रेडिट अथवा डेबिट (जैसी भी स्थिति हो) किया जाता है और यदि सिंकिंग फण्ड विद्यमान नहीं है तो रद्द किये जाने पर लाभ को पूँजी संचिति खाते (Capital Reserve Account) में क्रेडिट किया जाता है तथा हानि को ऋणपत्रों के रद्द पर हानि खाता (Loss on Cancellation of Debeneutres Account) में डेबिट किया जायेगा।

(2) यदि सिंकिंग फण्ड विद्यमान है तो रद्द किये गये ऋणपत्रों के अंकित मूल्य के बराबर राशि ऋणपत्र शोधन कोष खाता से सामान्य संचिति खाता में हस्तान्तरित कर देना चाहिये और यदि सिंकिंग फण्ड विद्यमान नहीं है तो यह हस्तान्तरण विभाज्य लाभों से ऋणपत्र शोधन संचिति खाता में किया जायेगा।

उदाहरण 21. 31 दिसम्बर 2014 को एक्स कम्पनी के चिट्टे में निम्नलिखित सूचना उपलब्ध है :

(अ) गति 100 ₹ के 12% ₹ ऋणपत्र              4,00,000 ₹

(ब) ऋणपत्र शोधन कोष                                   1,70,000₹

(स) ऋणपत्र शोधन कोष विनियोग जिसमें 40,000 ₹ के स्व-ऋणपत्र हैं जो कि 98 ₹ प्रति की दर से क्रय किये थे और शेष राशि में 1,40.000 ₹के 8% स्टॉक हैं।

उपयुक्त तिथि पर संचालकों ने सभी ऋणपत्रों का शोधन कर दिया। इस उद्देश्य के लिये उन्होंने 8% स्टॉक सम मल्य पर बेने  उन्होंने चालू वर्ष के लाभों से शोधन के लिये 60,000 उपयोग में लिये । जर्नल में प्रविष्टियाँ दिजिए ।

Following information is available in the Balance Sheet of X Company on December 31, 2014: (a) 12% Debentures of 100 each                    4,00,000

(b) Debenture Redemption Fund                                         1,70,000

(C) Debenture Redemption Fund Investment represented by 40,000 own debentures purchased at 98 each and the remaining amount by * 1,40,000 8% Stock.

On the above date the directors redeemed all the debentures. For this purpose they realised 8% Stock at par. They utilised * 60,000 for redemption out of current year’s profits. Give journal entries.

स्व-धारित ऋणपत्रों पर ब्याज

(Interest on Own Debentures)

यदि कम्पनी ने बाजार से क्रय किये ऋणपत्र तुरन्त रद्द कर दिये हैं तो कम्पनी के पास अदत्त ऋणपत्र रद्द किये ऋणपत्रों की राशि से कम हो जाते हैं। चूँकि रद्द किये ऋणपत्रों पर कम्पनी को ब्याज नहीं देना होगा, अतः ऐसी स्थिति में ‘ऋणपत्र ब्याज खाता’ (Debenture Interest Account) ऋणपत्रों की घटी हुई राशि पर देय ब्याज की शुद्ध राशि (Net amount) से ही डेबिट किया जाता है। किन्तु यदि कम्पनी क्रय किये ऋणपत्रों को जीवित रखे हुए है तो कम्पनी द्वारा धारित ऋणपत्रों सहित कुल ऋणपत्र अदत्त माने जायेंगे और इस स्थिति में ‘ऋणपत्र ब्याज खाता’ ऋणपत्रों की कुल राशि पर देय ब्याज से डेबिट किया जायेगा। स्वधारित ऋणपत्रों पर ब्याज कम्पनी में ही रोक ली जाती है तथा बाहरी लोगों के पास रखे ऋणपत्रों पर ब्याज ही वास्तव में भुगतान किया जाता है। इस दशा में निम्न लेखा-प्रविष्टियाँ की जाती हैं

(1) On interest becoming due on debentures :

Debenture Interest Account                         Dr. (with interest on the whole debentures)

To Debentureholders Account                             (with interest payable to outsiders)

To Interest on Own Debentures Account        (with interest on debentures held by the Co.)

नोट : यदि बाहरी लोगों को देय ब्याज पर कम्पनी स्रोत पर आय-कर काटती है तो इस प्रकार काटी गई राशि ‘Income-tax Payable Account’ में क्रेडिट की जाती है और केवल शेष राशि ही ऋणपत्रधारियों के खाते में क्रेडिट की जाती है।

(2) On payment of interest on debentures :

Debentureholders Account                     Dr.

To Bank Account

(3) On transfer of Debenture Interest Account

P & L. Account: Profit & Loss Account    Dr.

To Debenture Interest Account

(4) On transfer of interest on Own Debentures Account:

(A) Where Sinking Fund does not exist :

Interest on Own Debentures Account        Dr.

To Profit & Loss Account

(B) Where Sinking Fund exists :

Interest on Own Debentures Account           Dr.

To Sinking Fund Account

नोट : यदि कम्पनी में सिंकिंग फण्ड खाता नहीं खोला गया है जो कम्पनी द्वारा विनियोग की तरह धारित ऋणपत्रों पर ब्याज का लेखा पूरी तरह से छोड़ा जा सकता है।

Redemption Debentures Study Material

ब्याज भुगतान की तिथि से पूर्व ऋणपत्रों का क्रय

(Purchase of Debentures before date of payment of interest)

ऋणपत्रों पर ब्याज धारकों को किन्हीं निर्दिष्ट तिथियों पर (जैसे प्रत्येक वर्ष 30 जन और 31 दिसम्बर भुगतान की जाती है। यदि ऋणपत्र ठीक इन्हीं तिथियों पर क्रय किये जाते हैं तो कोई समस्या नहीं आती क्योंकि ऋणपत्रों के धारकों को ब्याज का भुगतान कर दिया जायेगा। किन्तु यदि ऋणपत्र ब्याज भुगतान की तिथि के अतिरिक्त अन्य किसी तिथि पर क्रय किये जाते हैं तो उसे समय यह प्रश्न उठता है कि ऋणपत्रों के लिये भुगतान किये गये मूल्य में बीती अवधि (अर्थात् ब्याज के भुगतान की पूर्व तिथि से क्रय की तिथि तक की अवधि) का ब्याज सम्मिलित है या नहीं। वास्तव में यह उद्धरण या निवेदित मूल्य (Quotation) पर निर्भर करता है। इस दाष्ट से उद्धरण दो प्रकार का होता है : (1) ब्याज सहित उद्धरण (cum-interest quotation) आर (2) ब्याज राहत उद्धरण (ex-interest quotation)। यदि उद्धरण ब्याज सहित (cum-interest) है तो ऋणपत्र के लिये उद्धृत मूल्य में बीती अवधि (expired period) का ब्याज सम्मिलित होता है और यदि उद्धरण ब्याज रहित (ex-interest) है तो ऋणपत्रों के लिये उद्धृत मूल्य केवल ऋणपत्र का ही होता है अर्थात् इसमें बीती अवधि का ब्याज सम्मिलित नहीं होता। अतः इस स्थिति में ऋणपत्रधारकों को ऋणपत्रों के उद्धृत मूल्य के अतिरिक्त मूल्य के अतिरिक्त बीती अवधि का ब्याज भी दिया जाता है। प्रत्येक स्थिति में ब्याज के रूप में दी गई राशि का ऋणपत्रों के लिये वास्तव में भुगतान किये मूल्य से पृथक् लेखा किया जाना चाहिए।

उदाहरण के लिये मान लीजिये कि एक कम्पनी 28 फरवरी 2015 को 20,000 ₹ अंकित मूल्य के अपने 12% ऋणपत्र 98 ₹ की दर पर क्रय करती है। ब्याज भुगतान की तिथियाँ 30 जून और 31 दिसम्बर हैं। कम्पनी की पुस्तकों में यह लेन-देन निम्न प्रकार से लिखा जायेगा :

उदाहरण 26. 1 जनवरी 2015 को पी लि० की पुस्तकों में निम्नलिखित शेष दर्शाये गये :

10% ऋणपत्र (अंकित मूल्य 100₹)                  ₹10,00,000

ऋणपत्र शोधन कोष                                             ₹3,75,000

ऋणपत्र शोधन कोष विनियोग                            ₹ 3,75,000

(4,50,000 ₹ के अंकित मूल्य के 8% सरकारी बॉण्डों में)

ऋणपत्रों पर ब्याज 30 जून और 31 दिसम्बर को देय थी और इन्हीं तिथियों पर सरकारी बॉण्डों पर ब्याज प्राप्य था। 1 मार्च 2015 को कम्पनी ने तुरन्त रदद् करने के लिये बाजार में 1,200 ऋणपत्र 95 ₹ प्रति, ब्याज-सहित क्रय किये। इसके लिये आवश्यक राशि 1,35,000 ₹ अंकित मूल्य के 8% सरकारी बॉण्ड बेचकर प्राप्त किये।

31 दिसम्बर 2015 को सिंकिंग फण्ड के लिये 1,00,000 ₹ का नियोजन किया गया और उसी तिथि को इस राशि और विनियोगों पर ब्याज की कुल राशि से 8% सरकारी बॉण्ड क्रय किये। क्रय किये सरकारी बॉण्डों का अंकित मूल्य 1,50,000 ₹था।

उपर्युक्त लेनदेनों के अभिलेखन के लिये कम्पनी की पुस्तकों में आवश्यक जर्नल की प्रविष्टियाँ दिखलाइये। The following balances appeared in the books of P Ltd. as on 1st January 2015 :

10% Debentures (face value ₹100)               ₹ 10,00,000

Debenture Sinking Fund                          3,75,000

Debenture Sinking Fund Investment                3,75,000

(in 8% Government Bonds of the face value of₹4,50,000)

Interest on the debentures was payable on 30th June and 31st December and interest on Government Bonds was receivable on the same dates.

On March 1, 2015, the company purchased for immediate cancellation 1,200 debentures in the market at ₹95 each cum-interest. The amount required for this was raised by selling 8% Government Bonds of the face value of₹1,35,000.

On 31st December 2015, * 1,00,000 was appropriated for the Sinking Fund and on the same date 8% of Government Bonds were acquired for the amount plus the interest on investments. The face value of the Government Bonds acquired was₹1,50,000.

You are required to show the journal entries in the books of the company to record the above transactions. Ignore income-tax.

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chetansati

Admin

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