BCom 1st Year Business Communication Interviewing Skills Study Material Notes in Hindi

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नौकरी के लिये आवेदनपत्र

Table of Contents

(Application For Jobs)

जब कोई आवेदन-पत्र नौकरी की तलाश के लिये किसी कम्पनी. संस्था या सरकार को लिखा जाता है तो उसे नौकरी के लिये आवेदन-पत्र कहा जाता है। एक विद्यार्थी अपनी शिक्षा पूरी करने के पश्चात् नौकरी की तलाश प्रारम्भ करता है और इसी तलाश में उसे जगह-जगह नौकरी के लिये आवेदन करना पड़ता है। नौकरी के लिये आवेदन-पत्र एक प्रकार का प्रार्थना पत्र होता है जिसमें आवेदक अपनी सवायें कुछ निश्चित प्रतिफल के बदले बेचने का प्रस्ताव करता है। इस आवेदन-पत्र में आवेदक अपना नाम, शिक्षा, गण, कला, क्षमता आदि का उल्लेख करता है जिससे नियोक्ता अपनी आवश्यकतानुरुप आवेदक का चयन अपनी संस्था के लिये कर सके।

स्वाति प्रकाशन नौकरी के लिए प्रार्थना पत्र, पहला व्यावसायिक पत्र होता है जो आवेदक कम्पनी में नौकरी पाने के लिए लिखता है। प्रायः बड़ी-बड़ी फर्मों के अपने छपे हुए प्रार्थना पत्र होते हैं जिन्हें आवेदक को भरना होता है जब वह नौकरी के लिए प्रार्थी बनता है। लेकिन बहुत बार उम्मीदवारों को कोरे कागज पर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करने का आदेश/निर्देश दिया जाता है। नौकरियों के लिए कठोर स्पर्धा है और प्रार्थना पत्र को देखकर ही प्रार्थी के व्यक्तित्व के सम्बन्ध में प्रथम प्रभाव प्रदर्शित होता है। यदि प्रार्थना पत्र एक गन्दे कागज पर एवं अस्पष्ट शब्दों में लिखा हुआ पहुँचता है, तो हो सकता है इसे सीधे रुप में ठुकरा दिया जाए। दूसरी तरफ यदि प्रार्थना पत्र साफ टाइप किया हुआ, लिफाफे में बन्द पहुँचता है तो इसका अच्छा प्रभाव पड़ता है। _नौकरी-प्रार्थना-पत्र आवेदक के द्वारा अपनी सेवाओं को बेचने के लिए लिखा जाता है। जिस प्रकार क्रेता की पसन्द को ध्यान में रखकर प्रत्येक विक्रय-योग्य वस्तु अच्छी तरह से प्रदर्शित की जाती है, उसी प्रकार नौकरी-प्रार्थना पत्र, जो सेवाओं को बेचने के लिए है, अच्छी तरह से आकर्षक शब्दों में, विशेष कर नियोक्ता के दृष्टिकोण से लिखा हुआ होना चाहिए। इसलिए जब एक उम्मीदवार प्रार्थना पत्र लिखता है तो उसे उस नौकरी के लिए आवश्यक योग्यता और अनुभव को ध्यान में रखते हुए अपने उन गणों का वर्णन करना चाहिए जिनकी नियोक्ता को तलाश है। आवेदक को अपने विषय में ईमानदार होना चाहिए और केवल उन बातों के विषय में लिखना चाहिए जिनको प्रमाण-प्रलेखों से प्रमाणित किया जा सकता है।

नौकरी के लिए आवेदन देने से पहले, आवेदक को चाहिए कि वह निष्पक्ष रूप से अपनी जाँच करे एवं अपने द्वारा किये गए कार्यों और योग्यताओं की सूची तैयार करे। उसे इस बात का ध्यान से विश्लेषण करना चाहिए कि संस्था को किस योग्यता/व्यक्तित्व के व्यक्ति की तलाश है और इसकी अपने गणों और उपलब्धियों से तुलना करनी चाहिए। उसे तभी आवेदन देना चाहिए जब वह अपने आप को उस पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार समझता हो। उदाहरण के लिए, यदि कम्पनी को औषध-प्रतिनिधि (MR) की आवश्यकता है जिसे दो वर्ष का अनुभव हो और आवेदक, वाणिज्यिक स्नातक है, तो उसका नौकरी के लिए आवेदन करना व्यर्थ है। यदि कम्पनी को एक चुस्त नौजवान की तलाश है जो विक्रय प्रतिनिधि के रुप में प्रतिदिन यात्रा कर सके, तो एक अधेड़ आयु के व्यक्ति, जिसको दफ्तर की नौकरी का अनुभव है, को आवेदन नहीं देना चाहिए।

केवल आवेदन कर देने मात्र से ही नौकरी नहीं मिलती क्योंकि एक पद के लिये सैकड़ों आवेदन पत्र प्राप्त हो सकते हैं। अत: आवेदन-पत्र सावधानीपूर्वक और आकर्षक तरीके से लिखा जाना चाहिये। आवेदन-पत्र लिखते समय सर्वप्रथम जिसे आवेदन करना है उसको सम्बोधित किया जाता है, उसके पश्चात् जिस माध्यम से रिक्त पद की जानकारी हुई है उसका उल्लेख किया जाना चाहिये। यदि यह । जानकारी किसी विज्ञापन के माध्यम से न होकर किसी मित्र या कर्मचारी से हुई है तो ‘विश्वस्त सूत्रों के माध्यम से सम्बोधित किया जाना चाहिये। इसके पश्चात् अपना नाम देते हुये अपनी शैक्षणिक उपलब्धियों का उल्लेख करना चाहिए। शैक्षणिक योग्यता की जानकारी विस्तृत रुप से देनी चाहिये अर्थात कौन सी | परीक्षा, किस वर्ष में और किस श्रेणी में कहाँ से उत्तीर्ण की है साथ ही उसकी छाया प्रति संलग्नक के रूप में आवेदन-पत्र के साथ नत्थी करनी चाहिये और इस संलग्नक पर क्रमांक भी अंकित करना चाहिये। अन्त में, नौकरी देने वाली संस्था या व्यक्ति को यह विश्वास दिलाना चाहिये कि यदि “आपने नौकरी/सेवा करने का अवसर प्रदान किया तो मैं आपकी संस्था के लिये मूल्यवान सम्पत्ति सिद्ध होऊँगा।” अन्त में, आवेदन पत्र पर अपने हस्ताक्षर करने चाहिये।

आपका आवेदन-पत्र सदैव आपकी व्यक्तिगत शैली को व्यक्त करता है, अत: नौकरी के लिए आवेदन-पत्र में निम्नांकित बातों का स्पष्ट होना आवश्यक है

1 पद जिसके लिए आप आवेदन कर रहे हैं।

2. अन्य आवेदकों से पृथक विशेषताओं/गुणों/बिन्दुओं का उल्लेख।

3. संगठन के बारे में आपकी जानकारी।

4. लिखने की क्षमता/प्रभावपूर्ण बोलना/समस्याओं का समाधान आदि गुण नियोक्ता के लिए। महत्त्वपूर्ण होते हैं

5. आवेदन-पत्र में सम्बन्धियों की जानकारी नहीं देनी चाहिये।

6. नौकरी से सम्बन्ध न रखने वाली बातों का आवेदन पत्र में उल्लेख नहीं करना चाहिये।

7. आवेदन-पत्र को सावधानीपूर्वक सम्पादित करना चाहिए।

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एक अच्छे आवेदनपत्र के तत्व

(Essentials of a good application)

नौकरी का आवेदन पत्र प्रभावशाली होना चाहिये । इसके लिये आवेदन पत्र लिखऩे वाले को निम्नलिखित बातों पर विशेष रुप से ध्यान देना चाहिये ।

1 एव स्पष्ट (Clean and clear) नौकरी के लिये लिखा जाने वाला आवेदन-पत्र साफ सुथरा एव स्पष्ट शब्दों में होना चाहिये जिससे पढ़ने वाले को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो।

2. भाषा (Language)-आवेदन के लिये उसी भाषा का प्रयोग करना चाहिये जिसमें कम्पनी का सचालित होता है। भाषा सरल, स्पष्ट तथा प्रभावशाली होनी चाहिये, जिससे आवेदन-पत्र पढ़ने के बाद नियोक्ता को यह आभास हो कि अभ्यर्थी को भाषा का अच्छा ज्ञान है।

3. पूर्ण सन्देश (Complete message)-आवेदन-पत्र कभी भी अधूरा नहीं होना चाहिये क्याक अधूर आवेदन-पत्र पर कभी भी विचार नहीं किया जाता है। आवेदन-पत्र में उन समस्त बातों का उल्लेख होना चाहिये जिसकी कि नियोक्ता को आवश्यकता है।

4. प्रारुप (Form)-आवेदन-पत्र का प्रारुप एक पृष्ठ से अधिक का नहीं होना चाहिये। प्रारुप छाटा होने से पढ़ने में सुविधा रहती है। अतिरिक्त सूचनाओं को संलग्नक में आवेदन-पत्र के साथ नत्थी करना चाहिये।

5. सही सूचना (Correct information) आवेदक को चाहिये कि आवेदन पत्र में किसी भी प्रकार की असत्य बात का उल्लेख न करे क्योंकि इसका साक्षात्कारकर्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जिससे साक्षात्कार देने वाले व्यक्ति को नुकसान हो सकता है। अतः जहाँ तक सम्भव हो, आवेदन पत्र में सही सूचनाओं का ही उल्लेख करना चाहिये।

आवेदनपत्र के प्रकार

(Kinds Of Application)

आवेदन पत्र मुख्यत: निम्नलिखित दो प्रकार के हो सकते हैं

1. प्रार्थित आवेदन-पत्र (Solicited Application)

2. अप्रार्थित आवेदन-पत्र (Unsolicited Application)

1 प्रार्थित आवेदनपत्र से अभिप्राय उस आवेदन-पत्र से है जो विभिन्न समाचार-पत्रों के माध्यम से विज्ञापित या प्रकाशित पद हेतु निर्दिष्ट योग्यताओं व सर्वे के आधार पर तैयार कर प्रेषित किये जाते हैं।

2. अप्रार्थित आवेदन-पत्र से अभिप्राय उस आवेदन-पत्र से है जो किसी अप्रत्यक्ष माध्यम, जैसे मित्र/सम्बन्धी जिन्हें विश्वस्त सूत्र के रुप में सम्बोधित किया जाता है, के आधार पर तैयार कर प्रेषित किये जाते हैं।

आवेदन-पत्र प्रार्थित हो या अप्रार्थित, दोनों में ही योग्यताओं/अनुभवों व अन्य सूचनाओं की प्रस्तुति का क्रम समान होता है। प्रमुख अन्तर केवल इनके प्रारम्भिक पैराग्राफ में होता है। प्रार्थित आवेदन-पत्र के प्रारम्भिक पैराग्राफ में विशेष सावधानी आवश्यक नहीं होती क्योंकि ये आमन्त्रित किये जाते हैं जबकि अप्रार्थित आवेदन-पत्र में अध्ययनकर्ता के ध्यानाकर्षण व रुचि जाग्रत (निर्मित) करने का प्रयास प्रारम्भिक पैराग्राफ में किया जाता है।

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प्रभावशाली नौकरीआवेदन पत्र लिखना

(Drafting An Effective Job-Application Letter)

नौकरी आवेदन पत्र एक विशेष प्रकार का पत्र होता है जो किसी व्यक्ति के भविष्य का निर्माण कर सकता है अथवा उसके भविष्य को बिगाड़ सकता है। इसमें एक अच्छे विक्रय पत्र के सभी गुण होने चाहिये। इसे संक्षिप्त, संगत एवं सूचित करने वाला होना चाहिए।

(1) प्रारम्भ (Starting) इसका प्रारम्भिक वाक्य नियोक्ता का ध्यान आकर्षित करने वाला होना चाहिए। इसमें बताना चाहिए कि आवेदन किसी विज्ञापन के उत्तर में भेजा जा रहा है, किसी के परामर्श पर भेजा जा रहा है अथवा अपनी इच्छा से भेजा जा रहा है। नौकरी आवेदन-पत्र को शुरु करने वाले सामान्य ढंग निम्नलिखित प्रकार हो सकते हैं

(i) कृपया अपने विज्ञापन संख्या 15/16 The Tribune दिनांक सितम्बर 6, 2016 पर ध्यान दें, जो विक्रय प्रबन्धक के बारे में है, मैं उसी के लिए आवेदन-पत्र भेज रहा हूँ।

(ii) में आपका अत्यन्त आभारी रहँगा यदि आप मुझे कम्प्यूटर इंजीनियर का नाकरा क लिए जा कि आपने 4 नवम्बर, 2016 के Indian Express में विज्ञापित की है, मुझे प्रार्थी समझा या

(iii) 6 जून, 2016 के ‘The Times of India’ में विज्ञापित Cost Accountant के पद के लिए। मैं अपना आवेदन पत्र भेजना चाहता हूँ। ।

यदि आवेदक इन ढंर्गों के. अतिरिक्त निम्नलिखित ढंग से अपना प्रार्थना पत्र शुरू करता है तो उसकी शुरूआत दूसरों से भिन्न एवं बढ़िया होगी।

मेरी शैक्षणिक योग्यता और क्रय-विक्रय प्रबन्धक के रूप में 8 वर्ष का ‘India Tools’ के साथ अनुभव, मुझे विश्वास दिलाता है कि मैं क्रय-विक्रय प्रबन्धक के उत्तरदायित्व का निर्वाह कुशलतापूर्वक कर सकता है जिसके लिए आपने सितम्बर 19.2016 के Economic Times में विज्ञापन दिया है।

(2) मध्य पैराग्राफ (Mid-para)-एक बार जब प्रभावशाली शुरूआत हो जाए तो आवेदक को चाहिए कि प्रमाण सहित अपने सभी गणों के बारे में बताए जिनकी प्रत्याशित नियोक्ता को तलाश है। यदि। विज्ञापन, जिसके उत्तर में आवेदन-पत्र भेजा जा रहा है, कहता है “एक अनुभवी कार्यालय प्रबन्धक की आवश्यकता है-तो आवेदक को कार्यालय प्रबन्धन में अपने अनुभव को विस्तार से बताना चाहिए। उसे। स्पष्ट रूप में बताना चाहिए कि एक प्रसिद्ध फर्म में कार्यालय के प्रबन्धन कार्य को स्वतन्त्र रूप में उसने कुशलतापूर्वक निष्पादित किया है। दसरी बातें भी विस्तार में लिखनी चाहिये, लेकिन मुख्य बल कुशल अनुभव पर होना चाहिए। आवेदक को उन फर्मों के नाम बताने चाहिये जिनमें उसने कार्य किया है और किस पद पर कौन सा कर्तव्य निभाया है।

(3) अन्तिम पैराग्राफ (Last para)-पत्र का अन्त भी प्रभावपूर्ण होना चाहिए। आवेदक को चाहिए कि वह नियोक्ता को अनकल उत्तर देने के लिए प्रेरित करे। नौकरी-प्रार्थना पत्र का प्रथम उद्देश्य, साक्षात्कार-पत्र प्राप्त करना है। यदि आवेदक इसमें सफल हो गया तो समझो आधा युद्ध जीत लिया अर्थात् आधी सफलता प्राप्त हो गई। पत्र को समाप्त करने का सामान्य ढंग इस प्रकार होता है

(i) आशा है आप मुझे साक्षात्कार का अवसर देकर अनुगृहीत करेंगे।

अथवा

(ii) आशा है आप मेरे आवेदन-पत्र को अनुकूल ढंग से लेंगे और मुझे अपनी योग्यताएँ विस्तार से व्यक्त करने का अवसर प्रदान करेंगे।

(4) हस्ताक्षर (Signature)-आवेदन-पत्र में हस्ताक्षर सदैव नीले या काले रंग की स्याही से होने चाहिये। यदि आवेदक महिला है तो कुमारी/श्रीमती का प्रयोग अपने नाम के आगे किया जाना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति व्यावसायिक डिग्रीधारी हो तो उसे उसका पृथक से उल्लेख करना चाहिए।

(5) संलग्नक (Enclosures)-इसमें आवेदन-पत्र के साथ संलग्न प्रपत्रों की संख्या का उल्लेख किया जाता है।

(6) आवेदनपत्र व जीवन-वृत्त का सम्पादन-हमें आवेदन-पत्र व जीवन-वृत्त का एक कच्चा खाका तैयार करना चाहिए व इसके सम्बन्ध में अन्य व्यक्तियों से सलाह लेना सम्पादन की दृष्टि से अच्छा रहता है। आवेदन-पत्र व जीवन वृत्त का अनुभवी व्यक्तियों द्वारा अनुमोदन करने के पश्चात् इसे अन्तिम रुप प्रदान करना चाहिए।

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कम्प्यूटर आपरेटर पद के लिये आवेदन पत्र

(Application for the post of Computer Operator)

सेवा में,

सेविवर्गीय अधिकारी                                                                                            दिनांक : 15 जुलाई, 2016

मोदी सिन्थेटिक्स लि०

दिल्ली, मोदीनगर

विषय : कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद हेतु आवेदन-पत्र

महोदय,

दिनांक 10 जुलाई, 2016 के ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ में प्रकाशित विज्ञापन से पता चला है कि आपके संगठन में कम्प्यूटर ऑपरेटर के कुछ पद रिक्त हैं। मेरा आवेदन-पत्र उक्त पद के लिए है। मेरी शैक्षणिक योग्यताओं का विवरण निम्न प्रकार है

(1) मैंने दिल्ली विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में कम्प्यूटर विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री सन् 2010 में प्राप्त की है। बी० एस-सी० में रसायन शास्त्र, भौतिकी तथा गणित मेरे विषय थे।

(2) वर्तमान समय में तथा विगत चार वर्षों से मैं टाटा आयरन एण्ड स्टील कम्पनी में वरिष्ठ । कम्प्यूटर सुपरवाइजर के पद पर कार्य कर रहा हूँ।

आशा है कि आप मेरी उच्च शैक्षिक योग्यता तथा देश की ख्याति प्राप्त कम्पनी में प्राप्त अनुभव । को ध्यान में रखते हुए मुझे सेवा का सुअवसर अवश्य प्रदान करेंगे।

भवदीय,

मोहित बंसल

42, लाजपत नगर, दिल्ली

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परीक्षा हेतु सम्भावित महत्त्वपूर्ण प्रश्न

(Expected Important Questions for Examination)

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

(Long Answer Questions)

1 साक्षात्कार से क्या आशय है? साक्षात्कार के विभिन्न प्रकार, महत्त्व एवं सीमाओं का वर्णन कीजिए।

what is meant by Interview? Explain various types, importance and limitations of interview.

2. साक्षात्कार क्या है ? इसे कैसे प्रभावी बनाया जा सकता है ?

What is interview? How can it be made effective?

3. साक्षात्कार को परिभाषित कीजिए। साक्षात्कार के उद्देश्य एवं विभिन्न प्रकारों को समझाइए।

Define interview. Explain objectives and various types of interview.

4. एक साक्षात्कार के संचालन में क्या-क्या कदम उठाने पड़ते हैं? व्याख्या कीजिए।

What are the various steps involved in conducting an interview ? Explain.

5. नौकरी के लिये आवेदन-पत्र के प्रमुख तत्वों की विवेचना कीजिए। नौकरी के आवेदन-पत्र का एक उचित नमूना दीजिए।

Discuss the main factors to write an application for job and prepare a specimen of application for job.

6. जीवन-वृत्त (आत्मसार) से क्या आशय है ? जीवन-वृत्त का एक नमना दीजिए।

What is meant by Resume ? Give a Specimen of Resume.

7. एक आवेदन पत्र के प्रारुप व तत्वों पर चर्चा कीजिए।

Discuss the form and contents of an application letter.

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लघु उत्तरीय प्रश्न

(Short Answer Questions)

1 साक्षात्कार की विशेषताएँ बताइए।

Explain the characteristics of an interview.

2. साक्षात्कार के लिये प्रस्तुति के समय किन बातों पर ध्यान देना आवश्यक है?

What points should be kept in mind while appearing in an interview?

3. साक्षात्कार का महत्त्व बताइए।

Write importance of interview.

4. साक्षात्कार के प्रकार बताइए।

Write types of interview.

5. एक अच्छे आवेदन-पत्र के गुण बताइए।

Explain essentials of a good application.

6. आवेदन-पत्र के प्रकार बताइए।

Write types of application.

7. जीवनवृत/आत्मसार से क्या आशय है ?

What is meant by a Resume?

8. साक्षात्कार के क्या चरण होते हैं?

What are the steps of the interview?

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chetansati

Admin

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